Wednesday, February 15, 2012

... अपुन गुमनाम ही अच्छे !!

बड़े हौले से गुजरे हैं, तेरे साये के बाजू से
तुझे छू भी लिया है और तू अंजान भी है !
...
रोज-डे, वेलेन्टाइन-डे, गुजर गया था यारो
जुनून सवार रहा ... आज ब्रेक-अप-डे है !!
...
यदि नाम के लिए, जी-हुजूरी शर्त है उसकी
तो फिर 'उदय', अपुन गुमनाम ही अच्छे !!

3 comments:

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) said...

यदि नाम के लिए, जी-हुजूरी शर्त है उसकी
तो फिर 'उदय', अपुन गुमनाम ही अच्छे

बहुत खूब...... इन शर्तों पे नाम किस काम का ?

vidya said...

अच्छा व्यंग..
नाम में क्या धरा है...

प्रवीण पाण्डेय said...

अपने मन में सब परिचित हैं...