Thursday, March 29, 2012

इल्जाम ...

जाओ, जाकर
पांच-दस लाख में खरीद लो उसको
गर न मानें
तो
उस पर
किसी के सांथ
छेड़छाड़ का इल्जाम लगा दो !
फिर देखते हैं
हम
उसकी ईमानदारी
या तो
वो खुद चल के हमारे पास आयेगा
या फिर ... जाएगा ... जेल !!

2 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

शातिर..

Pallavi saxena said...

यही तो होता आया है सदा से...