Tuesday, April 3, 2012

खामों-खां ...

सच ! जी तो मेरा, कभी का तुझसे मिलने को बेताव था
बस, तेरे इसी, एक ईशारे की दरकार थी मुझको !!
...
देखना ! बात ही बात पे, हर किसी से झगड़ मत पड़ना
वो तो हम थे, जो तेरे आदि हुए थे !!
...
हम भी खामों-खां खुद को 'खुदा' समझ रहे थे 'उदय'
और ! एक रोते हुए बच्चे को भी चुप करा नहीं पाए !!

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