Monday, December 8, 2014

हौले हौले

उनके, रंज-औ-गम दोनों फर्जी हैं
सच ! वो बहुत बड़े नकलची हैं ?
… 
सच ! चित्त भी उनकी है, औ पट्ट भी उनकी
बस, खड़े सिक्के पे उनका जोर नहीं चलता ?
.... 
गर जिंदगी शराब है, तो तू मैकदा है
बता, छक कर पियें, या हौले हौले ?

हाईकू
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जो तू कहे …
ओढ़ लूँ, 
या बिछा लूँ ?

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